Phoolon ki Kheti से ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं? आपने बहुत सही प्रश्न को चुना है. आप फूलों की खेती से इतना ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं कि जो आप यकीन नहीं कर पाएंगे.
आइए दोस्तों इस आर्टिकल की मदद से आज गुलाब जैसी फूलों की खेती के बारे में विस्तृत रूप से जानते हैं. अगर आप सही साइंटिफिक मेथड से फूलों की खेती की करेंगे तो 1 साल में लाखों रुपए की बचत कर सकते हैं.
वैसे तो हमारे देश में कई प्रजाति के और बहुत से खूबसुरत फूल पाये जाते हैं लेकिन उन सभी में गुलाब का फुल लोगो को बहुत ही पसंद आता है।
गुलाब के कई रंग होते है जैसे – लाल, पिला, गुलाबी आदि, इसलिए अक्सर लोग गुलाब के फूलो का बहुत से जगह पर इस्तेमाल करते है जैसे किसी function में गुलदस्ते का देना, शादी में गाड़ी को सजाना, या फिर पूजा में चढ़ाना।
गाँव से लेकर शहर तक, इसकी अच्छी demand है। इसलिए गुलाब की खेती करने से किसानो को बहुत फायदा हो सकता है। तो आइए हम जानते है की गुलाब की खेती करने की विधि क्या है।
Gulab Phul ki kheti kaise kare?
गुलाब की खेती कैसे करें? अगर आप इस प्रश्न के उत्तर को ढूंढ रहे हैं तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आप एक सर्वोत्तम आर्टिकल तक पहुंच चुके हैं.
ऐसे और भी खेती के business हैं जैसे अनार की खेती, मशरुम की खेती, इत्यादि जिसकी जानकारी यहाँ दी गयी है।
सही भूमि का चयन करें
किसी भी चीज़ के खेती करने से पहले आपको भूमि का अच्छे से चयन और inspection करना होता है। इससे आपको गुलाब के फूल के खेती में सफलता प्राप्त होने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आप अच्छे से तैयारी कर ले और मन बना ले, तो ऐसा माना जाता है की गुलाब की खेती किसी भी तरह के भूमि पर किया जा सकता है।फिर भी जादातर कृषि वैज्ञानिको का कहना है की गुलाब की खेती के लिए बालुई दोमट मिट्टी वाली भूमि का चयन करे जिसमे जल का निकास अच्छा हो।
इससे फुल की अच्छी उत्पादन होती है। खेती शुरू करने से पहले भूमि की अच्छे से लगभग 6 से 7 पी.एच. तक का गहरा जुताई कर लेना चाहिए।
जलवायु
वैसे तो हमे गुलाब का फुल सालो भर देखने को मिलती है। लेकिन अगर आपको अच्छे और बड़े बड़े गुलाब के फुल चाहिए तो इसके लिए आप ठण्ड के मौसम में इसकी खेती करे।
March के महीने में गुलाब के फुल की खेती करना सही होता है क्योंकि इस समय का तापमान कम होता है और कम तापमान की वजह से इस मौसम में फुल अच्छे से फूलते है। अगर april में तापमान कम होगा तो भी गुलाब अच्छी Quantity में खिलेगी। गुलाब के अच्छे उत्पादन के लिए अधिक मात्रा में धुप और नमी (moisture) की जरुरत होती है।
गड्ढे की खुदाई और खाद
जब खेती के लिए जुताई का काम पूरा हो जाये तो पौधा रोपने की तैयारी करनी चाहिए। इस काम के लिए may और june का महिना सही होता है।
सबसे पहले गहरे गड्ढो को खोद़ लें। गड्ढे कम से कम 40 से 50 cm गहरा होना चाहिए।
गड्ढा खोदने के बाद उसमे से सारे खरपतवार साफ़ कर लेना चाहिए।
उसके बाद गड्ढे को कम से कम 10 से 12 दिन के लिए खुला छोड़ दें इससे मिट्टी के सारे कीड़े मकोड़े और सारे (फफूंदी)fungus ख़त्म हो जायेंगे।
उसके बाद उस गड्ढे में कम से कम 25 से 30 से.मि. मोटाई कर के गोबर का खाद गड्ढे के ऊपर तक भर देना चाहिए।
फिर गड्ढे में मिट्टी भर कर उसमे पौधा रोप दें।
पौधा रोपने समय दो पौधे के बिच की दुरी कम से कम 40 से 50 से.मि. होनी चाहिए।
गुलाब की 5 किस्में होती है
हाईब्रिड टी (Hybrid Tea ) – इसमें बड़े बड़े फुल होते है और झारियां भी बहुत लम्बे घने होते है। इसकी एक और खास बात ये है की इसकी हर एक ताने में एक फुल जरुर से निकलते है।
फ्लोरीबंडा (floribunda) – हाइब्रिड टी के मुताबिक फ्लोरीबंडा किस्मो के फुल छोटे-छोटे होते है और इस किस्म के फुल एक साथ बहुत ज्यादा नहीं लग पते है।
पोलिएन्था (Polyanthas) – इस किस्म के फूलों का shape हाइब्रिड टी और फ्लोरिबंडा से छोटा होता है लेकिन गुच्छा आकार में फ्लोरीबंडा किस्म से भी बड़ा होता है।
मिनिएचर (Miniature) – इस किस्म के पौधे को आप अपने घर पर भी गमले में लगा सकते है। इसके फूल और पत्ते दोनों हीं छोटे छोटे होते है।
लता गुलाब – हाइब्रिड टी और फ्लोरिबंडा गुलाबों की शाखाएँ लताओं की जैसे बढ़ती जाती है जिसके कारण उन्हें लता गुलाब भी कहा जाता है।
पौधे की सिंचाई
पौधे की सिचाई बहुत ही जरुरी होती है। मौसम को देखते हुए पौधों की सिचाई करते रहना चाहिए। गुलाब की खेती में पौधा रोपने के तुरंत बाद सिचाई करना चाहिए। उसके बाद हर 15 दिन में सिचाई करना चाहिए।
कीट पतंग से बचाव
माहू या चैंपा नामक किट गुलाब के पौधों को नष्ट कर देता है। ये कीड़े छोटे आकार के होते है और जादातर जनवरी और फरवरी के महीने में लगते है। इस कीड़े के लग जाने से पौधा मुरझा जाता है इसकी वजह से फुल और कलियाँ झड़ जाते है।
शल्क कीट जो लाल भूरे रंग के दीखते है ये अक्सर जड़ के आसपास वाली शाखाओं में लगते है। ये किट पत्तो को नष्ट कर देते है।
इन सब कीटो से बचने का तरीका ये है की आप नीम का काढ़ा बना कर या फिर गौमूत्र को माइक्रो झाइम के साथ मिलाकर 250 मि.ली. हर पम्प में डालकर फसल के चारो ओर छिड़क दे।
कटाई – छटाई
गुलाब के पौधे की कटाई छटाई लगभग एक साल बाद शुरू कर दी जाती है। सही समय पर सही तरीके से पौधे की कटाई छटाई करते रहने से अच्छे फुल की उत्पादन होती है। आप को भेड़ पालन के बारे में भी पढ़ना चाहिए
सूखे और कीटो से ग्रसित टहनियों को काट के हटा देना चाहिए। कटाई छटाई के बाद पौधे के कटे हुए सर पर ताजा गोबर को लगा देने से fungus नहीं लगता है।
लेखक का संदेश – Conclusion Points
आप सज्जन कृषि ऑनलाइन वेबसाइट पर आए इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. मैं बहुत ईमानदारी से कह सकता हूं कि यह इंटरनेट पर अंतिम या पहला आर्टिकल नहीं है.
मैंने, आप किसान भाइयों को सही जानकारी देने का एक प्रयास किया हूं. मैं किसी भी कीमत पर नहीं चाहता हूं कि आप किसान भाइयों को थोड़ा सा भी नुकसान हो.
FAQs
प्रश्न – फूलों के खेती के लिए कौन सा महीना सबसे ज्यादा उपयुक्त होता है?
उत्तर – फूलों की खेती एक ऐसा व्यवसाय है जो फूलों का उत्पादन करता है। फूलों का उत्पादन करने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मार्च तक है, लेकिन अक्टूबर से फरवरी इस व्यवसाय के लिए एक वरदान है। सितंबर-अक्टूबर में फूलों की लगभग सभी प्रजातियां बोई जाती हैं।
प्रश्न – गुलाब के फूलों की खेती कैसे की जाती है?
उत्तर – गुलाब की खेती गुलाब के बीज लगाकर और फिर कटिंग करके की जाती है। कटिंग को मदर प्लांट से लिया जाता है और जमीन में लगाया जाता है। गुलाब को पूरी तरह से पुन: उत्पन्न होने तक प्रक्रिया को बार-बार दोहराया जाता है। गुलाब की खेती में पहला कदम खेत की जुताई कर रहा है।
यह पौधे के लिए अच्छी जड़ प्रणाली के विकास की अनुमति देने के लिए किया जाता है। यह गुलाब के बीज बोने से एक साल पहले किया जाएगा। अगला कदम नर्सरी में बीज बोना है।
नर्सरी एक ऐसी जगह है जहाँ गुलाब के पौधे गमलों में उगाए जाते हैं। पौधों को नर्सरी में चार से छह सप्ताह तक उगाया जाता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे खेत में लगाए जाने के लिए पर्याप्त स्वस्थ हैं। माँ के पौधों को तब लिया जाता है और उनसे कटिंग ली जाती है। ये कटिंग एक नए पौधे को उगाने के लिए जमीन में लगाए जाते हैं।
प्रश्न – अपने घर पर गमले में गुलाब के फूलों की खेती कैसे की जाती है?
यदि आप एक बर्तन में गुलाब के फूलों की खेती करना चाहते हैं तो आपको प्लास्टिक के बर्तनों से बचना चाहिए और मिट्टी या सीमेंट के बर्तन का उपयोग करना चाहिए। आपको मिट्टी की गेंद के ऊपर कार्बनिक खाद की एक परत और मिट्टी की एक पतली परत भी डालनी चाहिए।
कार्बनिक खाद की परत मिट्टी को तैयार करेगी और जड़ों को पोषक तत्वों को आसानी से अवशोषित करने की अनुमति देगी और मिट्टी की परत पौधे को पानी और पोषक तत्वों की आवश्यकता होगी।
जड़ों को बढ़ने के लिए आपको पौधे के आकार का लगभग एक तिहाई हिस्सा बनाना चाहिए और पौधे को फैलाने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए। फिर आपको पौधे को सहारा देने के लिए पर्याप्त पानी और पोषक तत्वों के साथ पौधे को पानी देना चाहिए।
Krishi Online वेबसाइट पर आप खेती-बाड़ी व पशुपालन और सरकारी वेबसाइट पर किसानों के लिए योजनाएं से संबंधित अन्य आर्टिकल को पढ़ सकते हैं. इसके अलावा मैंने दूसरे वेबसाइटों का भी लिंक (Reference) नीचे दिया है. उम्मीद करता हूं कि मैं आपका एक विश्वासी लेखक बन सकूंगा.
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