चमत्कारी पेड़ सहजन की वैज्ञानिक खेती कैसे करे? आइये जानते है Drumstick farming के इस business को कैसे किया जाता है और कैसे यह profitable. हो सकता है जो आपको अच्छी खासी आमदनी दे सकता है।
इस गुणकारी सब्जी को सहजन यह Drumstick के नाम से जाना जाता है जिसका वैज्ञानिक नाम Moringa Oleifera है, इसे अन्य और कई नामो से जाना जाता है। इस सब्जी में कई तरह के गुण होते है जिसके कारण यह काफी प्रसिद्ध है।
भारत में सहजन की खेती व्यापक रूप में किया जाता है, इसमें अन्य कई औषधीय गुण के कारण आज इसका इस्तेमाल पुरे विश्व में किया जाता है। सहजन के पेड़ बहुत ही उपयोगी है, जैसे – इसके पत्ते, फल और फुल में मनुष्य एवं पशुओ के आवश्यक पोषक तत्व का भंडार है।
Sahjan or Drumstick ki Kheti ki Jankari
Agar aapke pass badi jamin (land) hai aur 1 se 2 year wait kar sakte hai to Sahjan ki kehti ek profitable business ho sakti hai. Ismein lagne wali punji (capital) bhi kafi kam hoti hai.
To chaliye jante hai aakhir kis tarah se Drumstick ki farming kar ke lakhon kama sakte hain.
सहजन का पेड़ कैसा होता है?
सहजन का पेड़ एक प्रकार का पेड़ है जो सहजन पैदा करता है। पेड़ भारत और श्रीलंका के मूल निवासी है, और यह लगभग 30 फीट की ऊंचाई तक बढ़ता है।
सहजन के पेड़ की पत्तियाँ बड़ी और चमड़े की होती हैं, और फूल सफेद या हल्के पीले रंग के होते हैं। पेड़ का फल एक लंबा, गहरा भूरा या काला बीज होता है जिसमें कई बीज होते हैं।
सहजन का पेड़ भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान में व्यावसायिक रूप से उगाया जाता है। पेड़ आमतौर पर पंक्तियों में लगाए जाते हैं, और उन्हें 3-4 साल बाद काटा जाता है।
पेड़ की छाल का उपयोग रस्सी बनाने के लिए किया जाता है, और लकड़ी का उपयोग ईंधन के लिए किया जाता है। सहजन की कटाई नवंबर से जनवरी तक की जाती है।
सहजन की खेती कैसे करना चाहिए
यु तो भारत में आज कई प्रकार के खेती से जुड़े व्यवसाय आज अपना विस्तार कर रहे है। परन्तु इनमे से कुछ ऐसे है जिनमे अधिक लागत की आवश्यकता होती है, और कुछ ऐसी है जिसे कम लागत पर अच्छे पैसे कमाया जा सकता है।
इसकी खेती में पूंजी कम लगता है और कमाई समझ से ज्यादा हो जाती है. जिस किसान भाई को पता है वह इसका पूरा फायदा उठाते हैं. आज आपके पास मौका है पूरी जानकारी हासिल कर लीजिए.
आप अन्य कामो को करते हुए इस व्यवसाय को बड़े आराम से कर सकते हो। हाँ आपको सुरुवात में सहजन की खेती के लिए कुछ सालों का इंतजार जरुर करना पड़ेगा।
लागत कितना आता है?
Drumstick Farming में अन्य व्यवसाय की तरह ज्यादा लागत नहीं है, इसका planting आप खुद भी कर सकते हो, अगर आपके पास एक पेड़ है तो आप या तो उसके बिज से अन्य पेड़ लगा सकते है.
नहीं तो आप इसकी एक डाली से अन्य पेड़ को तैयार कर सकते है। या तो आप इसके पौधे खरीद कर लगा सकते है। इसके एक पौधे का मूल्य लगभग Rs 300 के आस पास है।
अगर आप सहजन की खेती किसी बड़े स्तर पर करने जा रहे है तो इस बात का ख्याल रखे की हर एक सहजन के पेड़ की बिच की दुरी 7 से 8 feet हो ताकि 2 साल में अच्छी तरह से सब्जी दे सके।
आप 1 acer (43,500 sq feet) में लगभग 400 सहजन के पेड़ लगा सकते हैं।
Product
Drumstick बहु-उपयोगी है इसके पत्ती से लेकर फल तक हमारे इस्तेमाल में आते है। वैज्ञानिको के खोज के अनुसार प्राकृतिक में पाए जाने वाले पोषक तत्व युक्त सामग्री से कई गुना पोषक तत्व Drumstick में पाए जाते है। इससे कई प्रकार के product हमे प्राप्त होते है।
- Leave (पत्ता)
- Pods (फली)
- Flower (फुल).
Benefits of Drumstick
वैज्ञानिको द्वारा ये दावा किया जाता है की, Drumstick में पाए जाने वाले तत्व अन्य खाद्य प्रदार्थ के अपेक्षा कई गुना अधिक है। और साथ ही drumstick मनुष्य के कई बीमारियों का इलाज है।
- सहजन मनुष्य शरिर के तंत्रिका प्रणाली (Nervous system) और प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) को मजबूत बनता है।
- मनुष्य शरिर को सर्दी और फ्लू से लड़ने में सहायक है।
- सहजन के इस्तेमाल से gallbladder को स्वस्थ बनता है।
- डायबिटीज की बीमारी के लिए सहजन का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होगा।
- कैंसर रोगी को सहजन के इस्तेमाल से रोगी में कैंसर के level को कम किया जा सकता है।
- अस्थमा, bronchitis एवं TV patients के लिए सहजन काफी फायदेमंद है।
- सहजन हमारे पाचन शक्ति भी मजबूत करता है। सहजन मूत्र विकार से भी राहत दिलाता है। सहजन हमारे हड्डियों को मजबूत करने का काम करता है।
- अगर आपके आंत में अल्सर या ट्यूमर हो गया हो तो आप सहजन की सहायता से निजात पाया जा सकता है।
Climate for Drumstick Farming
सहजन की एक बड़ी महानता है की ये कम पानी या सूखे की स्थिती में भी जीवित रह सकता है। और साथ ही साथ खराब मिट्टी में भी इसका सही उपज होता है। सहजन के फुल का विकास गर्म और आर्द्र जलवायु एवं 25-30 डिग्री C में अच्छे तरह से होती है।
Soil Requirements for Drumstick Farming
इसका अच्छा पैदावार शुष्क बलुई मिट्टी में ज्यादा होता है. मूलरूप से सहजन अपनी विकास के लिए थोड़ी अम्लीय मिट्टी पसंद करता है. इस मिट्टी का PH मान 6.2 से 7 होना चाहिए।
Drumstick Nurshing
अगर आप पौधो को किसी नर्सरी से न लाकर अपने पास ही उगते है तो बिज को लगते वक्त इन बातो का विशेष ध्यान दे। बिज को लगाने से पहले बिज को रात भर पानी में दाल कर भिगो ले, अब भिगोए हुए बिज को बिच से फाड़ दे और इसका छिलका निकल दे।
अब एक 18×12 का प्लास्टिक में 3 भाग मिट्टी और 1 भाग बालू के मिश्रण वाले मिट्टी से भर दे, अब इसमें 2 से 3 cm गड्डा कर के 2 से 3 बीज को लगाए।
अब इस मिट्टी में नमी बनाए रखे। 5 से 12 दिन में बिज अंकुरित हो कर पौधा निकल आएगा, जब पौधा 60 से 90 cm का हो जाए तो इसे अपने खेतो में लगाए। अगर आप नर्सिंग नहीं करना चाहते है तो आप 10 cm मोटी वाले डाल 45 cm से 1.5 m लम्बे डाल को सीधा लगा कर पेड़ तैयार कर सकते है।
Ek baar jab sahjan ka puada lag jaye tab ise suruwai 1st year mein dhyan rakhna padta hai aur uske baad keyal pani dena padta hai. Aur bich bich mein iski dekhbhal ki thodi jaruart padti hai.
Market Price
Local market mein Sahjan ka per kg rate Rs 50 se 80 tak ho sakta hai. Aur agar aap iski kheti karte hai aur mandi me sell karte hain to aapko around Rs 30 se 40 per kg ke ass pass mil jayega.
Ek Sahjan ke ped se on an average 20 to 30 Kg tak production hota hai.
Us hisab se agar aapke 1 Acer plot par 400 ped hai aur kam se kam 20 kg par tree bhi sahjan hota hai to aapko 7,500 se 8,500 Kg har year production ho sakta hai.
Jiska matlab hai ki aap aasani se Rs 2,50,000 se le kar Rs 3,50,000 tak aasani se kama sakte hai.
Conclusion Points
कई एशियाई व्यंजनों में एक लोकप्रिय सब्जी, ड्रमस्टिक्स प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन ए और सी का एक स्रोत हैं। मोरिंगा के पेड़ से लंबी, हरी फली काटा जा सकता है और आमतौर पर करी और सूप में उपयोग किया जाता है। सहजन की खेती अपेक्षाकृत आसान है और इसके लिए केवल कुछ सरल चरणों की आवश्यकता होती है।
शुरू करने के लिए, मिट्टी को अच्छी तरह से सूखा होना चाहिए और कार्बनिक पदार्थों से भरपूर होना चाहिए। मोरिंगा का पेड़ उच्च आर्द्रता वाले उष्णकटिबंधीय जलवायु में सबसे अच्छा बढ़ता है, इसलिए पौधे के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराना महत्वपूर्ण है। एक बार जब पेड़ परिपक्व हो जाता है, तो इसे हर दो से तीन महीने में काटा जा सकता है।
सहजन की कटाई करते समय, पेड़ को नुकसान से बचाने के लिए उन्हें एक कोण पर काटना महत्वपूर्ण है। काटने के बाद, उन्हें दो सप्ताह तक ठंडे, सूखे स्थान पर संग्रहीत किया जा सकता है।
आप सज्जन कृषि ऑनलाइन वेबसाइट पर आए, इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. मैं बहुत ईमानदारी से कह सकता हूं कि यह इंटरनेट पर अंतिम या पहला आर्टिकल नहीं है.
मैंने, आप किसान भाइयों को सही जानकारी देने का एक प्रयास किया हूं. मैं किसी भी कीमत पर नहीं चाहता हूं कि आप किसान भाइयों को थोड़ा सा भी नुकसान हो.
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