नर पपीता को मादा पपीता में कैसे बदलें?
क्या आप नर (मर्दाना) पपीते को मादा पपीते में बदलना चाहते हैं? क्या यह मुमकिन है? जी हां, यह मुमकिन है आप ऐसा कर सकते हैं।
इस आर्टिकल के माध्यम से हंड्रेड परसेंट प्रैक्टिकल तरीका बताया जाएगा। मैंने अपने छत पर लगे नर पपीते को मादा पपीते में बदला है। मैं अपना एक्सपीरियंस आपके साथ शेयर करना चाहता हूं।
क्या नर (मर्दाना) पपीते यह पौधे में पपीता फलता है या नहीं?
मर्दाना पपीते के पौधे में कभी भी पपीता नहीं फलता है। जब तक कि, उसका उचित उपचार नहीं किया जाए। आपको बता दें कि पपीते का पौधा यूनिसेक्सुअल प्लांट होता है।
यूनिसेक्सुअल का मतलब यह हुआ कि इसमें नर और मादा पौधा अलग-अलग होता है। ज्यादातर पौधे बायसेक्सुअल होते हैं। जिसमें नर और मादा फूल एक ही पौधे में होता है।
नर पपीता की पहचान कैसे की जाती है?
मर्दाना पपीता के पौधे में गुच्छे में हल्के पीले रंग के लंबे फूल निकलते हैं। फूल काटना काफी लंबा होता है। इस फूल में कभी भी पपीता नहीं फलता है।
जबकि माता पपीते के पौधे में फूल की संख्या 2 से 3 होती है और फूल का आकार काफी छोटा होता है।
मर्दाना पपीता को मादा पपीता में कैसे बदलें?
सबसे पहले आपको मर्दाना पपीते के पौधे को पहचानना होगा। अगर आप हंड्रेड परसेंट सीयोर हो जाते हैं कि, आपने जो पपीते का पौधा लगाया है, वह मर्दाना है तो, आप आगे का स्टेप को अपना सकते हैं।
तने को काटे: आपका पपीते का पौधा चाहे कितना लंबा क्यों ना हो, ऊपर से एक से डेढ़ फीट को मेजर कर लें। निशान लगा दे। उसके बाद साफ चाकू से तने का ऊपरी हिस्से को काट कर हटा दें।
कटे हुए तने को कवर करें: कटे हुए तने को साफ प्लास्टिक से कर करें और उसके बाद टेप या पतले रस्सी के सारे से उसे पूरी तरह बंद कर दें। इतना टाइट बंद है कि उसे पानी बाहर ना आ पाए।
बढ़ने के दो से तीन दिन के बाद, आप देखेंगे कि उसे प्लास्टिक में अच्छा खासा पानी भर जाएगा। उसे पानी को नहीं निकले, अगर लीकेज हो तो उसे पूरी तरह बंद कर दें।
मिट्टी को ठीक करें: जिस दिन आप तना काट रहे हैं। उसी दिन आपको पौधे के मिट्टी को ठीक करना पड़ेगा। अगर वहां पर कोई खत पतवार हो तो उसे हटाना पड़ेगा। हो सके तो कुछ नई मिट्टी या गोबर डाल दें।
उर्वरक और पानी डालें: अगर आप कोई उर्वरक डालना चाहते हैं तो आप डाल सकते हैं। तनाव काटने के बाद पपीते को ज्यादा मात्रा में न्यूट्रिशन चाहिए होता है।
हर दिन काम से कम एक बार पानी डालें या हो सके तो एक सप्ताह तक दो बार पानी डालें।
तने से निकले नए पत्तों की पड़ताल करें: 5 से 6 दिन के बाद, आप देखेंगे कि बचे हुए तने से नए पत्ता या छोटा तना निकलना शुरू हो जाएगा।
लगभग 10 दिनों के बाद छोटे तने में पांच या उससे अधिक संख्या में पत्ते निकल चुके होंगे। नए तने की संख्या अगर 5 से ज्यादा है तो उसे तोड़ दें।
15 से 20 दिनों के बाद आप देखेंगे कि, बचे हुए पांच नए तने में से मादा पपीते का फूल निकलना शुरू हो जाएगा। अगर इनमें से कोई कमजोर हो या मादा पपीता का फूल नहीं हो तो आप उसे ताने को तोड़ दें।
अगर इन पांचों तने में से कोई भी मादा नहीं हो तो आप पांचो को ही तोड़ दें। दोबारा ऊपर बताए गए तरीकों को अप्लाई करें।
मेरा एक्सपीरियंस: मैंने अपने छत पर एक पपीता का पौधा लगाया था। वह पपीते का पौधा मर्दाना निकल गया और उसमें पपीता नहीं फलता था।
मैंने उसके तने को काट दिया, एक सप्ताह के भीतर ही उससे कई नए तना निकला। इनमें से मैं नए तने को भी तोड़ दिया उसमें से जो हेल्दी पांच था मैंने उसे छोड़ दिया।
इन पांचो में से मुझे दो मादा पपीता मिला और बाकी तीन न पपीता मिला। मैंने तीनों न पपीते के ताने को फिर से तोड़ दिया। ऊपर जो फोटो आप देख रहे हैं उसमें से दो मादा पपीते का तना है।
Conclusion Points
नर पपीते के प्लांट को आप मदा पपीते के कल प्लांट में आप कन्वर्ट कर सकते हैं। नर यानि की मर्दाना पपीते के प्लांट में कभी भी पपीता नहीं फलता है।
इसके लिए आपको न पपीते के पौधे का ऊपरी तन को काटना होगा और उसे कर करना होगा। उसके बाद नए टूस्सा निकालेगा। नये में टूस्सा मादा पपीते का फूल निकल जाता है।
किस तरीके को अपना करके आप अपना कीमती समय और रुपए की बचत कर सकते हैं। इसके बाद भी आपके पास अगर कोई प्रश्न हो तो कृपया कमेंट बॉक्स में लिखें।