खरगोश पालन व्यवसाय: रोमांचक और लुभावना तरीके जानिए
किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले उसकी पूरी जानकारी होना जरूरी है, और खरगोश पालन व्यवसाय में भी यही सिद्ध होता है।
अगर आप सचमुच खरगोश पालन को एक बड़ा व्यवसाय बनाना चाहते हैं, तो आपको इस व्यवसाय की छोटी से लेकर बड़ी जानकारी होना जरूरी है। तो चलिए जानते हैं, आखिर कैसे शुरू करें खरगोश पालन व्यवसाय?
खरगोश पालन के लिए सही स्थान
खरगोश पालन के लिए आपको ज्यादा जगह की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आप अपने घर के आंगन में ही एक छोटा सा शेड बना कर उसी में खरगोश पाल सकते हैं। खरगोशों को तेज धूप, वर्षा, कुत्तों, बिल्लियों आदि से बचाने के लिए भी उनके लिए शेड बनाना बहुत जरूरी होता है।
इसके अलावा, आप खरगोश पालन को दो तरीकों से और घरों में कर सकते हैं:
1. डीप लिटर प्रणाली / डीप लिटर सिस्टम
यदि आपको कम संख्या में खरगोश पालना है तो आप इस तरीके को अपना सकते हैं। डीप लिटर प्रणाली में आप 30 से ज्यादा खरगोश नहीं रख सकते हैं। इसमें फर्श सीमेंटेड होनी चाहिए।
2. पिंजरा प्रणाली / केज सिस्टम
पिंजरा प्रणाली अलग-अलग प्रजातियों और आकारों के खरगोशों के लिए है।
बड़े (वयस्क) खरगोश के पिंजरे को 5 फीट लंबा, 1.5 फीट चौड़ा और 1.5 फीट ऊंचा रखना होता है। यह पिंजरा एक या फिर दो वयस्क खरगोशों के लिए अच्छा है।
बढ़ते हुए खरगोश के पिंजरे को 3 फीट लंबा, 1.5 फीट चौड़ा और 5 फीट ऊंचा रखना चाहिए। ये पिंजरा 3 महीने तक के 4-5 खरगोशों के लिए अच्छा होता है।
बढ़ते हुए खरगोश के लिए nest box अनिवार्य होता है। इस पिंजरे को लोहे का या फिर लकड़ी का बनाया जाता है। nest box का आकार 22 इंच लंबा, 12 इंच चौड़ा और 12 इंच ऊंचा होना चाहिए।
घर के आंगन में खरगोश पालन के लिए पिंजरे को फर्श से 3-4 फीट ऊपर बनाना चाहिए और पिंजरे का बेस वॉटरप्रूफ होना चाहिए।
खरगोश की प्रजातियाँ / खरगोश के ब्रीड्स
भारी वजन वाले खरगोश का वजन 4 से 6 किलोग्राम होता है। इन प्रजातियों में आने वाले खरगोशों का नाम होता है: व्हाइट जायंट, ग्रे जायंट और फ्लैमिश जायंट।
मध्यम वजन वाले खरगोश का वजन 3 से 4 किलोग्राम होता है। इन प्रजातियों में आने वाले खरगोशों का नाम होता है: न्यूजीलैंड व्हाइट, न्यूजीलैंड रेड और कैलिफोर्नियन।
कम वजन वाले खरगोश का वजन 2 से 3 किलोग्राम होता है। इन प्रजातियों में आने वाले खरगोशों का नाम होता है: सोवियत चिनचिला (सोवियत चिंचिला) और डच (डच)।
खरगोश के फूड और पानी का प्रबंधन
खरगोश साधारण खाना खाते हैं जो हर जगह आसानी से मिल जाता है, जैसे हरी पत्तियाँ, घास, गेहूं का चोकर, गाजर, गोभी के पत्ते आदि। यह एक दिन में कम से कम 70 से 100 मिलीलीटर पानी पीते हैं।
एक दिन में इन्हें कम से कम 40 ग्राम खाना और 40 ग्राम हरा चारा जरूर से देना चाहिए। खरगोश की अच्छी बढ़ोतरी हेतु बाजार में कई सारी विशिष्ट खाद्यान्न भी मिलने लगी हैं।
खरगोश के खाद्य और जल प्रबंधन के कुछ टिप्स:
खाना देने का एक निश्चित समय तय कर लें। दिन के समय में तापमान ज्यादा होने के कारण खरगोश खाना नहीं खा पाते हैं, इसलिए उन्हें रात के समय हरा चारा देना चाहिए। पीने के लिए उन्हें उबाले हुए पानी को ठंडा करके पिलाएं।
गर्भवती खरगोश की देखभाल
गर्भवती खरगोश को अन्य खरगोशों से 100 से 150 ग्राम ज्यादा खाना खिलाना चाहिए। गर्भवती खरगोश के पिंजरे में सुखे नारियल के रेशे का उपयोग किया जाता है।
गर्भवती खरगोश अपने पेट के बालों को तोड़कर किंडलिंग के एक दो दिन पूर्व नवजात के लिए एक नेस्ट बनाती हैं। इस समय ना तो खरगोश को
किंडलिंग 15 से 30 मिनट की अवधि में समाप्त होती है। बच्चे को जन्म देने के बाद माँ खुद को और अपने छोटे बच्चे को सुबह होने तक साफ कर लेती हैं। इसलिए नेस्ट बॉक्स को सुबह जल्दी हीं चेक कर लें।
मरे हुए बच्चे को नेस्ट बॉक्स से जल्दी हीं हटा दें। नेस्ट बॉक्स की चेक करते समय बच्चे की माँ परेशान हो सकती हैं। इसलिए माँ को नेस्ट बॉक्स की चेक करने से पहले हीं हटा दें।
खरगोश में होने वाली बीमारियों के लक्षण
स्वस्थ खरगोश कैसा दिखता है?
- उनके बाल स्वस्थ और चमकदार दिखते हैं।
- स्वस्थ खरगोश खाना अच्छे से और जल्दी खा लेते है
- उनकी आँखें चमकदार दिखती हैं।
- स्वस्थ खरगोश का वजन भी तेजी से बढ़ता है।
बीमार खरगोश के लक्षण / बीमार खरगोश की पहचान
- बीमार खरगोश कमजोर और उदास दिखाई देते हैं
- उनका वजन घटने लगता है।
- बीमार खरगोश के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं।
- खाना खाने में कमी हो जाती है।
- खरगोश की आँखें, नाक और मुंह से पानी आने लगता है।
- जब खरगोश को लगातार खांसी और छींक आती है।
रोग नियंत्रण / बीमारियों का नियंत्रण
मास्टाइटिस: यह रोग खरगोश के बच्चे की देखभाल करने वाली माँ को होता है। इस रोग से बचने के लिए एंटीबायोटिक का प्रयोग किया जा सकता है।
खरगोशों में फंगस द्वारा होने वाली बीमारियों के कारण उनके कान और नाक के पास के बाल झड़ने लगते हैं। खुजली के कारण उस जगह पर घाव होने लगता है। इसके उपचार हेतु घावदार हिस्से पर Grisioflvin या benzyl benzoate cream लगा सकते हैं।
इसके अलावा, खरगोशों को बीमारी से दूर रखने के लिए उनके घर को हवादार बनाना चाहिए। उनके चारों तरफ पेड़-पौधे लगे होने चाहिए और उनके पिंजरे को हमेशा साफ रखना चाहिए।
गर्मी के समय में खरगोशों को समय-समय पर पानी छिड़कते रहना चाहिए और उन्हें ठंडी जगह रखनी चाहिए।
खरगोश पालन की लागत
खरगोश पालन की लागत विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि आपके खरगोशों की संख्या, उनके लिए उपयोग किए जाने वाले सामग्री, उनके आहार का प्रकार, वैद्यकीय देखभाल आदि।
खरगोश पालन की लागत में शामिल होने वाले खर्चों में से कुछ निम्नलिखित हैं:
- खरगोशों के पिंजरे और उनके लिए शेड का निर्माण।
- खरगोशों के लिए खाद्य सामग्री की खरीद।
- पानी सप्लाई के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर।
- खरगोशों के देखभाल के लिए वैद्यकीय खर्च।
- सामान्य खर्च, जैसे कि खरगोशों के लिए सामग्री खरीदने के लिए प्रतिमाह खर्च।
खरगोश पालन से होने वाली आय
खरगोश पालन व्यवसाय से आपको नुकसान की जगह काफी अच्छी आय हो सकती है। खरगोश पालन से प्राप्त होने वाली आय को निम्नलिखित कारकों पर निर्भर किया जा सकता है:
खरगोशों की संख्या: आपके पास कितने खरगोश हैं, उससे आपकी आय की राशि प्रभावित होती है। ज्यादा खरगोश, ज्यादा आय।
खरगोशों के प्रजनन: अगर आपके पास वैज्ञानिक तरीके से खरगोशों के प्रजनन का समर्थन है, तो आपकी आय को बढ़ा सकता है।
खरगोशों के ब्रीड्स: खरगोशों के विभिन्न ब्रीड्स की विशेषताएं भिन्न होती हैं और उनकी मांग भी विभिन्न होती है। उच्च मांग वाले ब्रीड्स से आपकी आय बढ़ सकती है।
खरगोशों के बजट: आपके पास खरगोश पालन के लिए कितना बजट है, यह भी आपकी आय को प्रभावित कर सकता है।
आपकी खरगोश पालन व्यवसाय से कम से कम 20,000 रुपये से शुरू होकर, एक अच्छी आय वाला व्यवसाय बन सकता है। यह व्यवसाय कम खर्च, अधिक आय वाला और मजेदार होता है, जिससे आप अच्छी कमाई कर सकते हैं।
ध्यान रखें कि व्यवसाय की सफलता के लिए संभवतः उच्च खर्च हो सकते हैं, और पहले वर्षों में आय कम हो सकती है। इसलिए, खरगोश पालन व्यवसाय में कामयाबी के लिए सही योजना बनाना और धैर्य रखना महत्वपूर्ण होता है।
Conclusion Points
खरगोश पालन एक आकर्षक और फायदेमंद व्यवसाय उद्यम है जो रोमांचक और लुभावना अवसर प्रदान करता है। मांस या पालतू जानवरों के लिए खरगोशों के प्रजनन और बिक्री से लेकर उनके फर और खाद से मूल्यवर्धित उत्पाद बनाने तक, इस उद्योग में तलाशने के लिए कई रास्ते हैं।
इसके अलावा, कम स्टार्ट-अप लागत और उच्च लाभप्रदता खरगोश पालन को उद्यमियों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है।
खरगोश की देखभाल, प्रजनन तकनीक और विपणन रणनीतियों की मूल बातें समझकर, व्यक्ति अपने स्वयं के खरगोश पालन व्यवसाय को सफलतापूर्वक स्थापित और विकसित कर सकते हैं।
तो इंतज़ार क्यों करें? आज ही खरगोश पालन की दुनिया में कदम रखें और इसमें आपके लिए मौजूद रोमांचक संभावनाओं की खोज करें!
FAQs
1. क्या भारत में खरगोश पालन एक लाभदायक व्यवसाय है?
हाँ, खरगोश के मांस और फर की बढ़ती माँग के कारण भारत में खरगोश पालन एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है।
2. खरगोश फार्म शुरू करने के लिए कितनी जगह की आवश्यकता होती है?
भारत में छोटे पैमाने पर खरगोश फार्म शुरू करने के लिए न्यूनतम 100 वर्ग फुट जगह की सिफारिश की जाती है।
3. सफल खरगोश पालन के लिए आवश्यक सुविधाएँ क्या हैं?
आवश्यक सुविधाओं में उचित वेंटिलेशन, स्वच्छ पानी की आपूर्ति, उपयुक्त तापमान नियंत्रण और प्रत्येक खरगोश के लिए अलग पिंजरे शामिल हैं।
4. क्या खरगोशों को किसी विशेष आहार की आवश्यकता होती है?
खरगोशों को अपने स्वास्थ्य और विकास को सुनिश्चित करने के लिए घास, ताज़ी सब्जियाँ, छर्रों और स्वच्छ पेयजल से युक्त संतुलित आहार की आवश्यकता होती है।
5. शुरुआत में मुझे कितने खरगोशों से शुरुआत करनी चाहिए?
खरगोश पालन की मूल बातें प्रभावी ढंग से सीखने और प्रबंधित करने के लिए शुरुआत में कम से कम 10-15 खरगोशों के साथ शुरुआत करने की सलाह दी जाती है।
6. क्या खरगोश पालन के लिए कोई सरकारी सब्सिडी या सहायता उपलब्ध है?
हाँ, भारत में खरगोश पालन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएँ और सब्सिडी उपलब्ध हैं। ऐसे कार्यक्रमों के बारे में अधिक जानने के लिए अपने स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क करें।
7. वे कौन सी सामान्य बीमारियाँ हैं जो भारत में खरगोशों को प्रभावित कर सकती हैं?
सामान्य बीमारियों में पेस्टुरेलोसिस (स्नफल्स), कोक्सीडायोसिस, वायरल रक्तस्रावी रोग (वीएचडी), और मायक्सोमैटोसिस शामिल हैं। उचित टीकाकरण और नियमित पशु चिकित्सा जांच से इन बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है।
8. मैं अपने खरगोश या उनके उत्पाद कहां बेच सकता हूं?
आप अपने खरगोशों को सीधे स्थानीय रेस्तरां, होटलों या जीवित खरगोशों या उनके मांस/फर उत्पादों को खरीदने में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को बेच सकते हैं। अपने उत्पादों को कुशलतापूर्वक बेचने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म या स्थानीय मांस बाज़ारों का भी उपयोग किया जा सकता है।